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विधान सभा स्पीकर से मिला अग्रवाल समाज का शिष्टमंडल
विधान सभा स्पीकर से मिला अग्रवाल समाज का शिष्टमंडल
महाराजा अग्रसेन जयंती को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने बारे सौंपा ज्ञापन
11 लोगों की जिंदगियां बचाने वाले जांबाज सौरभ गर्ग के परिवार
को राष्ट्रपति पद्म पुरस्कार से नवाजने की भी कि मांग
जीन्द : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द का एक शिष्टमंडल प्रधान राजकुमार गोयल की अध्यक्षता में हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता से मिला और उन्हें महाराजा अग्रसेन जयंती को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने व 11 लोगों की जिंदगियां बचाने वाले जांबाज सौरभ गर्ग के परिवार को राष्ट्रपति पद्म पुरस्कार से नवाजने बारे ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञानचंद गुप्ता ने उन्हे आश्वासन दिया कि इन मांगों को केन्द्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा। इस अवसर पर सावर गर्ग, रामधन जैन, पवन बंसल, राकेश सिंघल, मनोज गुप्ता, सोनू जैन, पवन सिंगला, चन्द्रभान गर्ग इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
विधान सभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को प्रेषित ज्ञापन में कहा गया है कि महाराजा अग्रसेन पहले ऐसे महापुरूष हुए हैं जिन्होंने एक रूपया एक ईंट के संदेश के साथ पूरी दुनिया को समाजवाद का पाठ पढ़ाया। महाराजा अग्रसेन को समाजवाद का अग्रदूत कहा जाता है। उन्होने अपनी शासन प्रणाली में एक नई व्यवस्था को जन्म दिया। वे एक ऐसे अहिंसा के पुजारी थे जिनके राज्य में रहने वाली जनता के दिलों में समानता का भाव कूट कूट कर भरा जाता था और दान देने की प्रवृति का समावेश किया जाता था जिसके चलते जनता में हमेशा समाज सेवा की प्रवृति प्रबल रहती थी।
ज्ञापन में कहा गया है कि ऐसे युग पुरुष की जयंती के उपलक्ष्य में हरियाणा सरकार ने तो पिछले लंबे समय से सार्वजनिक अवकाश घोषित किया हुआ है लेकिन केन्द्र सरकार ने अभी तक इस पर्व को राष्ट्रीय पर्व घोषित नहीं किया है। लम्बे समय से यह मांग अधर में लटकी पड़ी है। इसलिए इस पर्व को राष्ट्रीय पर्व घोषित करवाया जाए ताकि महाराजा अग्रसेन की जयंती को पूरे देश के लोग राष्ट्रीय पर्व के रूप में मना सकें।
बाक्स :
जांबाज सौरभ गर्ग के परिवार को राष्ट्रपति
पद्म पुरस्कार से नवाजने बारे सौंपा ज्ञापन
जीन्द : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द के प्रधान राजकुमार गोयल ने हरियाणा विधासभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता से 11 लोगों की जिन्दगियां बचाने वाले जांबाज सौरभ गर्ग के परिवार को राष्ट्रपति पदम पुरस्कार से नवाजने की मांग भी की।
ज्ञानचंद गुप्ता को इस बारे ज्ञापन देते हुए प्रधान राजकुमार गोयल ने कहा कि 8 दिसम्बर 2012 को जीन्द के पिल्लुखेड़ा निवासी सौरभ गर्ग के साथ लगते मकान में अचानक भयंकर आग लग गई। पूरा मकान धंू धूं कर जलने लगा। मकान के अंदर 11 जिंदगियां खतरे में थी। कोई भी मकान के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। एक तरफ तो पूरा मकान भीषण आग की चपेट में था वही दूसरी और मकान में रखा एलपीजी गैस सिलेंडर किसी भी क्षण फटने का डर था लेकिन जाबांज सौरभ गर्ग ने अपनी जिन्दगी की बिल्कुल भी परवाह नहीं की और वह जलती आग में कूद गया। सौरभ गर्ग ने एक एक करके सभी 11 सदस्यों को आग से सुरक्षित बाहर निकाला और खुद सिलेण्डर फटने से मौत की भेंट चढ़ गया। इस जाबांज ने अपनी जान पर खेल कर 11 जिन्दगियां बचाकर जो साहस का परिचय दिया उस पर जीन्द जिले को ही नहीं पुरे देश को गर्व रहा।
गोयल ने कहा कि पिछले 10 सालों से सौरभ गर्ग को पद्म पुरस्कार से नवाजने की मांग की जा रही है। इस बारे सैकड़ों बार मांग की जा चुकी है लेकिन आज तक यह मांग पूरी नहीं हुई है। 2013 में तत्कालीन विधायक कलीराम पटवारी द्वारा भी यह मांग विधानसभा में रखी गई लेकिन उसके बाद भी यह मांग आज तक पूरी नहीं हुई है। इस बारे में पिछले वर्ष 28 दिसंबर 2021 को जीन्द के डीसी के द्वारा एक पत्र हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव को भेजा गया था जिसमें 26 जनवरी 2022 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति के कर कमलों से जीवन रक्षक पुरस्कार प्रदान करने की सिफारिश करते हुए आगामी कार्रवाई के लिए लिखा गया था लेकिन 26 जनवरी को भी नाम शामिल नहीं किया गया। ज्ञानचंद गुप्ता से मांग की गई कि देश व प्रदेश का नाम गौरवान्वित करने वाले सौरभ गर्ग के परिवार को राष्ट्रपति महोदय के कर कमलों से जीवन रक्षा पुरस्कार/पद्म पुरस्कार या फिर इसके समकक्ष कोई भी बडा पुरस्कार जल्द से जल्द प्रदान करवाया जाए।
महाराजा अग्रसेन जयंती को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने बारे सौंपा ज्ञापन
11 लोगों की जिंदगियां बचाने वाले जांबाज सौरभ गर्ग के परिवार
को राष्ट्रपति पद्म पुरस्कार से नवाजने की भी कि मांग
जीन्द : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द का एक शिष्टमंडल प्रधान राजकुमार गोयल की अध्यक्षता में हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता से मिला और उन्हें महाराजा अग्रसेन जयंती को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने व 11 लोगों की जिंदगियां बचाने वाले जांबाज सौरभ गर्ग के परिवार को राष्ट्रपति पद्म पुरस्कार से नवाजने बारे ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञानचंद गुप्ता ने उन्हे आश्वासन दिया कि इन मांगों को केन्द्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा। इस अवसर पर सावर गर्ग, रामधन जैन, पवन बंसल, राकेश सिंघल, मनोज गुप्ता, सोनू जैन, पवन सिंगला, चन्द्रभान गर्ग इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
विधान सभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को प्रेषित ज्ञापन में कहा गया है कि महाराजा अग्रसेन पहले ऐसे महापुरूष हुए हैं जिन्होंने एक रूपया एक ईंट के संदेश के साथ पूरी दुनिया को समाजवाद का पाठ पढ़ाया। महाराजा अग्रसेन को समाजवाद का अग्रदूत कहा जाता है। उन्होने अपनी शासन प्रणाली में एक नई व्यवस्था को जन्म दिया। वे एक ऐसे अहिंसा के पुजारी थे जिनके राज्य में रहने वाली जनता के दिलों में समानता का भाव कूट कूट कर भरा जाता था और दान देने की प्रवृति का समावेश किया जाता था जिसके चलते जनता में हमेशा समाज सेवा की प्रवृति प्रबल रहती थी।
ज्ञापन में कहा गया है कि ऐसे युग पुरुष की जयंती के उपलक्ष्य में हरियाणा सरकार ने तो पिछले लंबे समय से सार्वजनिक अवकाश घोषित किया हुआ है लेकिन केन्द्र सरकार ने अभी तक इस पर्व को राष्ट्रीय पर्व घोषित नहीं किया है। लम्बे समय से यह मांग अधर में लटकी पड़ी है। इसलिए इस पर्व को राष्ट्रीय पर्व घोषित करवाया जाए ताकि महाराजा अग्रसेन की जयंती को पूरे देश के लोग राष्ट्रीय पर्व के रूप में मना सकें।
बाक्स :
जांबाज सौरभ गर्ग के परिवार को राष्ट्रपति
पद्म पुरस्कार से नवाजने बारे सौंपा ज्ञापन
जीन्द : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द के प्रधान राजकुमार गोयल ने हरियाणा विधासभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता से 11 लोगों की जिन्दगियां बचाने वाले जांबाज सौरभ गर्ग के परिवार को राष्ट्रपति पदम पुरस्कार से नवाजने की मांग भी की।
ज्ञानचंद गुप्ता को इस बारे ज्ञापन देते हुए प्रधान राजकुमार गोयल ने कहा कि 8 दिसम्बर 2012 को जीन्द के पिल्लुखेड़ा निवासी सौरभ गर्ग के साथ लगते मकान में अचानक भयंकर आग लग गई। पूरा मकान धंू धूं कर जलने लगा। मकान के अंदर 11 जिंदगियां खतरे में थी। कोई भी मकान के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। एक तरफ तो पूरा मकान भीषण आग की चपेट में था वही दूसरी और मकान में रखा एलपीजी गैस सिलेंडर किसी भी क्षण फटने का डर था लेकिन जाबांज सौरभ गर्ग ने अपनी जिन्दगी की बिल्कुल भी परवाह नहीं की और वह जलती आग में कूद गया। सौरभ गर्ग ने एक एक करके सभी 11 सदस्यों को आग से सुरक्षित बाहर निकाला और खुद सिलेण्डर फटने से मौत की भेंट चढ़ गया। इस जाबांज ने अपनी जान पर खेल कर 11 जिन्दगियां बचाकर जो साहस का परिचय दिया उस पर जीन्द जिले को ही नहीं पुरे देश को गर्व रहा।
गोयल ने कहा कि पिछले 10 सालों से सौरभ गर्ग को पद्म पुरस्कार से नवाजने की मांग की जा रही है। इस बारे सैकड़ों बार मांग की जा चुकी है लेकिन आज तक यह मांग पूरी नहीं हुई है। 2013 में तत्कालीन विधायक कलीराम पटवारी द्वारा भी यह मांग विधानसभा में रखी गई लेकिन उसके बाद भी यह मांग आज तक पूरी नहीं हुई है। इस बारे में पिछले वर्ष 28 दिसंबर 2021 को जीन्द के डीसी के द्वारा एक पत्र हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव को भेजा गया था जिसमें 26 जनवरी 2022 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति के कर कमलों से जीवन रक्षक पुरस्कार प्रदान करने की सिफारिश करते हुए आगामी कार्रवाई के लिए लिखा गया था लेकिन 26 जनवरी को भी नाम शामिल नहीं किया गया। ज्ञानचंद गुप्ता से मांग की गई कि देश व प्रदेश का नाम गौरवान्वित करने वाले सौरभ गर्ग के परिवार को राष्ट्रपति महोदय के कर कमलों से जीवन रक्षा पुरस्कार/पद्म पुरस्कार या फिर इसके समकक्ष कोई भी बडा पुरस्कार जल्द से जल्द प्रदान करवाया जाए।