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प्रमुख समाजसेवी राजकुमार गोयल ने एक बार फिर उठाया सड़क का मुददा
प्रमुख समाजसेवी राजकुमार गोयल ने एक बार फिर उठाया सड़क का मुददा
डीसी से की मांग साहब रोहतक रोड़ का और तो कोई वारिस नहीं
आप ही सम्भाल लो रोहतक रोड़ की बदहाल हालत
रोहतक रोड़ को चारों तरफ से खोद दिया गया है आने जाने का कोई रास्ता नहीं बचा है
काम शुरू बाद में होता है रूक पहले जाता है अब फिर चार दिन से काम बंद
जब काम ही नहीं होना था तो फिर कोई खोदी 400 मीटर लम्बी सड़क
क्यों डाले दुकानों के आगे सीवरेज के बड़े बड़े पाईप
सड़क की चैड़ाई पहले ही घट कर 15 फीट रह गई थी अब खोदने के बाद रह गई मात्र 7 फीट
जीन्द: विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े प्रमुख समाजसेवी राजकुमार गोयल ने एक बार फिर रोहतक रोड़ की बदहाल सड़क का मुददा उठाया है और जीन्द के डीसी आदित्य दहिया से विशेष तौर पर मांग की है कि डीसी साहब रोहतक रोड़ को सम्भालने वाला और तो कोई वारिस नजर नहीं आ रहा आप खुद ही व्यक्तिगत तौर पर रोहतक रोड़ की बदहाल हालत को सम्भाल लो। गोयल ने साथ ही जीन्द के डीसी को एक बार इस पूरे रोहतक रोड़ पर खुद मुआयना करने की मांग भी की है ताकि डीसी जीन्द को इस असलीयत का पता चल सके कि यहां काम चल किसके भरोसे रहा है।
राजकुमार गोयल का कहना है रोहतक रोड़ नेशनल हाईवे की बदहाल हालत पर तो किसी की ठीक करने की नजर नहीं है। ऊपर से इस रोहतक रोड़ को चारों तरफ खोद दिया गया है। आने जाने का कोई रास्ता नहीं बचा है। यहां काम शुरू बाद में होता है रोक पहले ही दिया जाता है। अब फिर पिछले चार दिन से लेबर जाने की वजह से काम पूरी तरह से बन्द है और काम बंद होने के बाद भी रातो रात पक्की सड़क को खोद दिया गया है। जब काम ही नहीं होना था तो क्यों 400 मीटर लम्बी और 8 फीट चैड़ी सड़क को खोद दिया गया। जब काम ही नहीं होना था तो क्यों दुकानों के आगे पांच पांच फीट ऊंचे सीवरेज के पाईपों को रखकर दुकानों को ढ़क दिया गया।
राजकुमार गोयल का कहना है कि रोहतक रोड़ पर तो पहले ही सड़क की चैड़ाई घटकर 15 फीट रह गई थी और अब 8 फीट खोदने के बाद मात्र 7 फीट रह गई है। अब खुद ही अन्दाजा लगाया जा सकता है कि जिस नेशनल हाईवे सड़क की चैड़ाई 7 फीट रह गई हो और उसके चारों तरफ सड़को को खोदकर काम को बन्द कर दिया गया हो तो इस रोड़ पर रहने वाले और आने जाने वाले लोगों की हालत क्या हो रही होगी। इस रोड़ के लोग तो पहले ही लम्बे अरसे से बदहाल हालत का रोना रो रहे थे। ऊपर से सीवरेज खुदाई और अमरूत योजना के कार्यों ने इस रोड़ को और भी बदहाल कर दिया है और चारों तरफ से कोई भी रास्ता आने जाने का नहीं छोड़ा है। गोयल ने प्रशासन से प्रश्न किया है कि आखिर कब रोहतक रोड़ की बदहाल हालत सुधरेगी।
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गोयल का कहना है कि इस रोड़ पर प्रतिदिन हजारों व्हीकल गुजरते थे बदहाल रोड़ की वजह से इन व्हीकलों का गुजरना पहले ही मुश्किल हो रहा था। ऊपर से अब रोहतक रोड़ को चारों तरफ से खोद देने के बाद इन व्हीकलों का गुजरना बिल्कुल बंद हो गया है। यहां जो काम हो रहे है वे कछुआ चाल से भी कम गति से करवाए जा रहे है। ऐसे में रोहतक रोड़ के लोग परेशान हो चुके है। पहले तो कईं महीने से सीवरेज डालने का जो काम धीमी गति चल रहा था उससे रोहतक रोड़ के लोग परेशान हो चुके थे और अब अमरूत योजना का जो काम उससे भी धीमी गति से चल रहा है उसने तो यहां के लोगो का जीना ओर भी दुस्वार हो गया है।
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रोहतक रोड़ के लोग पिछले लम्बे समय से इस रोड़ को बनवाने की मांग कर रहे है। यहां बदहाल रोड़ की वजह से दर्जनों हादसे हो चुके है। लोग इसे मौत की सड़क के नाम से पुकारने लगे है। पिछले चुनाव में रोहतक रोड़ के लोगो ने सड़क नहीं तो वोट नहीं का फरमान भी जारी किया था और यहां के लोग प्रमुख समाजसेवी राजकुमार गोयल की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री से मिले थे। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि चुनाव खत्म होते ही रोड़ बनवा दिया जाएगा लेकिन उसके बाद आज तक यह रोड़ नहीं बना। उसके बाद अनेकों बार जीन्द के डीसी से गुहार की गई। प्रशासन का कहना था कि यहां सीवरेज और अमरूत योजना का काम चल रहा है। जैसे ही दोनो योजनाएं पूरी होगी रोड़ बनवा दिया जाएगा। लेकिन विडंम्बना की बात पिछले साल से इन दोनो योजनाओं का काम तो चल रहा है लेकिन इतनी धीमी गति से कि यहां के लोग परेशान हो चुके है।