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दहेज प्रथा को रोकने में सहायक है परिचय सम्मेलन
परिचर्चा
दहेज प्रथा को रोकने में सहायक है परिचय सम्मेलन
जीन्द 24 Aug 2018 : आजकल देश प्रदेश में विवाह योग्य परिचय सम्मेलनों का लगातार आयोजन हो रहा है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय अग्रवाल समाज द्वारा आगामी 30 सितम्बर को जीन्द में एक ऐतिहासिक अग्रवाल युवक युवती परिचय सम्मेलन किया जा रहा है। आज के समय में इन युवक युवती परिचय सम्मेलनों की आवश्यकता क्यो पड़ी? क्या परिचय सम्मेलनों से शादियों के नाम पर हो रही धन की बर्बादी रोकी जा सकती है? क्या परिचय सम्मेलन दहेज पर्था को रोकने में सहायक है? इन सब विषयों को लेकर हमने शहर के प्रबुद्व नागरिकों से बातचीत की।
पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता का कहना है विवाह योग्य परिचय सम्मेलनों से समाज में एकता और भाईचारा तो स्थापित होता ही है साथ ही दो परिवारों का प्रत्यक्ष मिलन होता है। आज के युग में परिचय सम्मेलन की बहुत जरूरत हैं। इससे धन का अपव्यय नहीं होता। सभी समाज के लोगों को इस दिशा में पहल करना चाहिए। उनका यह भी कहना है कि दहेज प्रथा जैसी कुरीति को मिटाने के लिए परिचय सम्मेलन का होना बहुत जरूरी है।
प्रमुख समाज सेवी व बुजुर्ग रामकरण दास मंगला का कहना है कि परिचय सम्मेलनों से संकुचित विचारधाराओं का शमन होता है। लोग खुलकर एक दूसरे से मिलते हैं और एक दूसरे की भावनाओं को समझने का प्रयास करते हैं। जो समाज जितनी ज्यादा तरक्की करेगा वह समाज ऐसे परिचय सम्मेलनों की ओर उतना ही ज्यादा आकर्षित होगा।
युवा समाज सेवी रामधन जैन का कहना है कि आजकल विवाह के नाम पर दिखावा किया जाता है। लोग अपनी हैसियत से ज्यादा धन खर्च करते हैं। ऐसी स्थिति में मरण उन गरीबों की होती है जिनके पास धन नहीं होता। परिचय सम्मेलनों से लोगों की परेशानी दूर हो जाती है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि सम्मेलन में दहेज की मांग नहीं होती।
साड़ी एसासिएशन के प्रधान सावर गर्ग का कहना है कि विवाह हमारे जीवन का एक सांस्कृतिक और सामाजिक दायित्व है। विवाह के लिए दो परिवार के लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। परिचय सम्मेलन से लोगों के भटकाव की स्थिति समाप्त हो जाती है। आज के दौर में परिचय सम्मेलन वरदान सिद्ध हो रहे हैं।
मेन बाजार एसोसिएशन के पवन बंसल का कहना है कि समाज में सुयोग्य वर-वधु का चयन होना परिवार के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। जरा सी भूल से दो लोगों की जिन्दगी नरक बन जाती हैं। परिचय सम्मेलन में दो परिवारों का मिलन और वार्तालाप प्रत्यक्ष रूप से होता है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि परिचय सम्मेलन आज के युग की आवश्यकता है।