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परिचय सम्मेलनों से दो परिवारों का प्रत्यक्ष मिलन भी होता है : महाबीर गुप्ता
परिचय सम्मेलनों से समाज में एकता और भाईचारा तो स्थापित होता ही है
साथ ही दो परिवारों का प्रत्यक्ष मिलन भी होता है : महाबीर गुप्ता
जीन्द 20 Sep, 2018 : विवाह योग्य परिचय सम्मेलनों से समाज में एकता और भाईचारा तो स्थापित होता ही है साथ ही दो परिवारों का प्रत्यक्ष मिलन भी होता है यह व्यक्तव्य महाराजा अग्रसेन स्कूल के प्रधान महाबीर गुप्ता ने दिया। गुप्ता आज यहां अग्रसेन स्कूल में अखिल भारतीय अग्रवाल सामज के पदाधिकारियों के साथ तैयारियों पर मंथन कर रहे थे। इस अवसर पर राजकुमार गोयल, सावर गर्ग, रामधन जैन, पवन बंसल, राजेश गोयल, जतिन जिन्दल, मनीष गर्ग इत्यादि प्रमुख तौर पर उपस्थित थे। बैठक में तय हुआ की इस सम्मेलन में देश प्रदेश से अग्रवाल समाज के नेता पहुंच रहे हैं ऐसे में उनके आतिथ्य में कोई कमी न रह पाए। साथ ही हजारों की तादाद में जो विवाह योग्य प्रत्याशी आ रहे हैं उन्हें अपना परिचय देने का पूरा मौका मिले ऐसी भी हमारी पूरी कोशिश रहनी चाहिए।
गुप्ता ने कहा की अखिल भारतीय अग्रवाल समाज के प्रधान राजकुमार गोयल व उनकी टीम द्वारा द्वारा 30 सितम्बर को जींद में जो विशाल परिचय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है वह प्रयास काबिले तारीफ है। यह टीम पिछले चार महीने से जो अपने काम काज छोड़ कर समाज सेवा के इस कार्य में जुटी है उसके लिए यह बधाई की पात्र है। उन्होंने यह भी कहा कि परिचय सम्मेलनों के माध्यम से प्रत्याशी खुलकर एक दूसरे से मिलते हैं और एक दूसरे की भावनाओं को समझने का प्रयास करते हैं। उनका कहना है की जो समाज जितनी ज्यादा तरक्की करेगा वह समाज ऐसे परिचय सम्मेलनों की ओर उतना ही ज्यादा आकर्षित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि आजकल विवाह के नाम पर दिखावा किया जाता है। लोग अपनी हैसियत से ज्यादा धन खर्च करते हैं ऐसी स्थिति में मरण उन गरीबों की होती है जिनके पास धन नहीं होता। परिचय सम्मेलनों से लोगों की परेशानी दूर हो जाती है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि सम्मेलन में दहेज की मांग नहीं होती।