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परिचय सम्मेलनों के माध्यम से 21 वर्षों में सैकड़ों रिश्ते
परिचय सम्मेलनों के माध्यम से 21 वर्षों में सैकड़ों रिश्ते करवा चुके हैं राजकुमार गोयल
सामाजिक बदलाव का यह जज्बा औरों के लिए है प्रेरणा का स्त्रोत
जींद : दो दिलों को मिलाना धर्म का कार्य है और धर्म के इस कार्य में जीन्द के प्रमुख समाजसेवी डा. राजकुमार गोयल पिछले कई दशकों से अपनी आहूति डाल रहे हैं। जीन्द की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े गोयल पिछले 21 वर्षों में परिचय सम्मेलनों के माध्यम से सैकड़ों रिश्ते करवा चुके हैं। सामाजिक बदलाव का यह जज्बा औरों के लिए प्ररेणा का स्त्रोत है।
आज समाज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि विवाह योग्य प्रत्याशियों के समय पर रिश्ते नहीं हो पा रहे। माता पिता अपने बेटे बेटियों के लिए उचित रिश्ते ढूंढते ढूंढते परेशान हो रहे हैं। ऐसे में विवाह योग्य परिचय सम्मेलन सार्थक साबित हो रहे हैं। परिचय सम्मेलनों के माध्यम से विवाह योग्य प्रत्याशियों को उचित रिश्ते के चयन के लिए दर्जनों ऑप्शन मिल जाते हैं। शुरू शुरू में जब परिचय सम्मेलन होने शुरू हुए तब समाज ने परिचय सम्मेलनों को अच्छी नजरों से नही देखा। समय के साथ बदलाव आया। बिचौलियों की भूमिका कम होती रही। समाज में रिश्ते करवाने वाले कम होते गए। ऐसे में परिचय सम्मेलन कामयाब होने लगे। धीरे धीरे और निखार आया और परिचय सम्मेलन और ज्यादा सार्थक साबित होने लगे। वैसे तो आजादी के बाद से ही देश में परिचय सम्मेलनों का रिवाज रहा है लेकिन हरियाणा में 1995 के बाद से ही परिचय सम्मेलन आयोजित होने लगे।
हरियाणा में जीन्द, करनाल, कुरूक्षेत्र, रोहतक, पलवल, अंबाला, गुरूग्राम, पंचकूला, रेवाड़ी, भिवानी इत्यादि जिलों में समय समय पर परिचय सम्मेलन आयोजित होते रहे हैं जीन्द और करनाल इत्यादि जिलों में तो लगातार परिचय सम्मेलनों का आयोजन होता रहा हैं इसी कडी में जीन्द की धरती पर अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के अध्यक्ष व प्रमुख समाज सेवी राजकुमार गोयल की अध्यक्षता में 1997 में पहला परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए। अपने जीवन साथी के चयन के लिए सैंकडो विवाह योग्य प्रत्याशी इस सम्मेलन में पहुंचे। उसके बाद राजकुमार गोयल द्वारा 2001 मंे जीन्द में उतर भारत स्तर का विवाह योग्य अग्रवाल परिचय सम्मेलन आयोजित करवाया गया। 2001 के बाद 2005 में भी राजकुमार गोयल द्वारा अखिल भारतीय अग्रवाल समाज के बैनर तले अपनी टीम के साथ मिलकर जीन्द में ही एक विशाल परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ साथ नवीन जिंदल व अन्य कई मंत्री भी शामिल हुए। इन परिचय सम्मलेनों के माध्यमों से राजकुमार गोयल सैकड़ों विवाह योग्य प्रत्याशियों के रिश्ते करवाने में कामयाब रहे।
इसके बाद राजकुमार गोयल की अध्यक्षता में 2009 में भी जीन्द की धरती पर विशाल परिचय सम्मेलन का आयोजन करवाया गया। उसके एक बार फिर 2013 में जीन्द में उतर भारत स्तर का परिचय सम्मेलन आयोजित करवाया गया जिसमें देश प्रदेश से सैकडों विवाह योग्य प्रत्याशी अपने जीवन साथी की तलाश में पहुंचे। उसके बाद 2018 में फिर जीन्द के अग्रसेन स्कूल में उतर भारत स्तर का विशाल परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल मुख्यअतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। परिचय सम्मेलन में जहां रिकार्ड तोड़ भीड पहुंची वही एक हजार से ज्यादा विवाह योग्य प्रत्याशियो ने अपने जीवन साथी की तलाश में सम्मेलन में भाग लिया।
इन दर्जनों परिचय सम्मेलनों के माध्यम से सैकड़ों विवाह योग्य प्रत्याशियों के रिश्ते करवा चुके गोयल को परिचय सम्मेलनों का जनक कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी। अब तो प्रदेश में जहां जहां भी परिचय सम्मेलन होते हैं वहां वहां गोयल को जरूर आमंत्रित किया जाता है। गोयल का कहना है कि आज परिचय सम्मेलन समाज की जरूरत है। जिसके चलते वे निस्वार्थ होकर परिचय सम्मेलनों के माध्यम से रिश्ते करवा रहे हैं। गोयल का कहना है आज समाज में न जाने ऐसे कितने बहन भाई हैं जिनकी उम्र 30-30, 35-35 साल को पार कर गई है। इनके रिश्ते समय पर हो जाने चाहिए थे इस बात का उन्हें दर्द रहता है और इसी दर्द को अपना दर्द समझते हुए वे परिचय सम्मेलन के माध्यम से इन भाई बहनों के रिश्ते करवाने में जुटे हैं। गोयल का कहना है कि जितने ज्यादा परिचय सम्मेलनों का आयोजन होगा उतने ही ज्यादा विवाह योग्य प्रत्याशियों के रिश्ते समय पर होंगे।
फोटो कैप्शन ( राजकुमार गोयल 1, 2 ) : परिचय सम्मेलनों में प्रत्याशियों का परिचय करवाते राजकुमार गोयल की फाइल फोटो।