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वैवाहिक परिचय सम्मेलन 7 सितम्बर को जींद में
वैवाहिक परिचय सम्मेलन 7 सितम्बर को जींद में,
अग्रवाल समाज के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने दी जानकारी
हरियाणा के अलावा दिल्ली, चण्डीगढ़, राजस्थान, पंजाब इत्यादि राज्यों में भी बनाए जाऐंगे पंजीकरण केन्द्र
जींद : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जिला जींद की एक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता अग्रवाल समाज के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी डा. राजकुमार गोयल ने की। बैठक में सावर गर्ग, रामधन जैन, पवन बंसल, सोनू जैन, मनीष गर्ग, रजत सिंगला, बजरंग सिंगला, गोपाल जिंदल, सुशील सिंगला, राजेश गोयल, जय भगवान सिंगला, नरेश अग्रवाल, सुभाष डाहौला इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि समाज की जरूरत को देखते हुए आगामी 7 सितम्बर को जींद में उत्तर भारत स्तर का एक ऐतिहासिक विवाह योग्य अग्रवाल वैवाहिक परिचय सम्मेलन का आयोजन किया जाए।
बैठक उपरांत विस्तृत जानकारी देते हुए गोयल ने बताया कि आगामी 7 सितम्बर को जीन्द में उत्तर भारत स्तर का ऐतिहासिक विवाह योग्य परिचय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। यह सम्मेलन आज तक का सबसे बड़ा सम्मेलन होगा। सम्मेलन में हजारों की तादाद में अग्र बंधु उपस्थित होंगे। इस सम्मेलन में देश-प्रदेश से अग्रवाल समाज के दर्जनों राष्ट्रीय नेता मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। परिचय सम्मेलन के लिए हरियाणा में 250 से ज्यादा स्थानों पर पंजीकरण केन्द्र बनाए जाऐंगे। इसके अलावा आसपास के राज्यों दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ व पंजाब इत्यादि राज्यों में भी पंजीकरण करवाने की व्यवस्था रहेगी। गोयल ने बताया कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य योग्य युवक-युवतियों का परिचय करवाना, समाज में रिश्तों के संजाल को मजबूत करना, सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी को एक मजबूत वैवाहिक मंच उपलब्ध कराना है।
इस अवसर पर रामधन जैन व सावर गर्ग ने कहा कि परिचय सम्मेलन आज के समय की जरूरत है। सम्मेलन से जहां मनपंसद रिश्ता मिलने में आसानी हो जाती है वहीं दहेज प्रथा जैसी बिमारी को रोकने में भी मदद मिलती है। जैन व गर्ग ने कहा कि इस तरह के परिचय सम्मेलनों में भाग लेकर विवाह के लिए लड़का लड़की ढूंढऩे से लेकर देखा दिखाई जैसी बहुत सी परेशानियों से बचा जा सकता है। इसके अलावा जिन घरों में शादी के कुछ साल बाद पति या पत्नी की आकस्मिक मौत हो जाती है या फिर अवांछित कारणों से तलाक की घटना घट जाती है ऐसे में दोबारा विवाह का स्थायी समाधान भी परिचय सम्मेलन ही है। इन सभी आवश्यकताओं के मद्देनजर जींद में यह विशाल परिचय सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
इस मौके पर पवन बंसल, सोनू जैन व मनीष गर्ग ने बताया कि समाज के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा में ही नहीं बल्कि दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान एवं पंजाब जैसे पड़ोसी राज्यों में भी पंजीकरण केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन पंजीकरण केंद्रों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा विवाह योग्य प्रत्याशियों के पंजीकरण करवाएं जाऐंगे। परिचय सम्मेलन के अवसर पर एक विशेष परिचय पुस्तिका भी प्रकाशित की जाएगी जिसमें पंजीकृत युवक-युवतियों की विस्तृत जानकारी, सामाजिक गतिविधियां और प्रेरणादायक संदेश सम्मिलित होंगे। इस पुस्तिका को राज्य के प्रमुख नेताओं, सामाजिक संगठनों व प्रतिष्ठित लोगों तक भी पहुंचाया जाएगा।