Blog Manager

Universal Article/Blog/News module

15 Feb.
In: India
Views: 0
15 Feb. 2020

23 फरवरी को टोहाना में व 22 मार्च को करनाल में होगा परिचय सम्मेलन

23 फरवरी को टोहाना में व 22 मार्च को करनाल में होगा परिचय सम्मेलन
सम्मेलन की तैयारियों को लेकर अग्रवाल समाज की हुई बैठक

जीन्द : आज समाज में कुंवारे लड़के-लड़कियों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है ऐसे में हर समाज को विवाह योग्य परिचय सम्मेलनों का आयोजन करना चाहिए। यह व्यक्तव्य अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने दिया। गोयल बैंक रोड पर अग्रवाल समाज के पदाधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अनिल गर्ग, रामधन जैन, सावर गर्ग, पवन बंसल, जयभगवान सिंगला, सुभाष गर्ग, मनोज गुप्ता, सुशील सिंगला, गौरव जैन, मनीष गर्ग इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
बैठक को संबोधित करते हुए राजकुमार गोयल ने कहा कि वैसे तो सरकार ने लड़की की शादी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष व लड़के की न्यूनतम आयु 21 वर्ष की हुई है लेकिन हम समाज में देख रहे हैं न जाने कितनी बहनें ऐसी हैं जिनकी उम्र बढ़ती जा रही है लेकिन उनके हाथों में अभी तक मेंहदी नहीं लगी है। ऐसी बहनें के रिश्ते समय पर हो जाने चाहिए थे लेकिन दिनो दिन बिचौलियेपन की भूमिका कम होने के कारण उन बहनों के रिश्तें नहीं हो पाए। यही स्थिति हमारे भाईयों के साथ भी है, जिनकी उम्र 30-30, 35-35 साल से ज्यादा होने के बाद भी रिश्ते नहीं हो पा रहे, ऐसे हालात में विवाह योग्य परिचय सम्मेलन आज हर समाज की अहम जरूरत बन गया है इसलिए हर समाज को परिचय सम्मेलन करवाने की पहल करनी चाहिए।
उन्होनें कहा की समाज की जरूरत को देखते हुए अग्रवाल समाज लगातार परिचय सम्मेलनों का आयोजन कर रहा है जहां 23 फरवरी को टोहाना में परिचय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है वहीं 22 मार्च को करनाल में परिचय सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इस अवसर पर रामधन जैन व सावर गर्ग ने कहा की परिचय सम्मेलन करवाने से जहां समाज में दहेज प्रथा जैसी विभिन्न बुराईयां दूर होने में सहायता मिलती है वहीं शादियों पर होने वाले अनाप शनाप खर्चों पर भी अंकुश लगता है। पवन बसंल व मनोज गुप्ता ने कहा की इस प्रकार के सम्मेलन में भाग लेकर लड़का-लड़की ढूंढऩे से लेकर देखा-दिखाई जैसी कई रस्मों से बचा जा सकता है।

परिचय सम्मेलन की प्रचार सामग्री के साथ प्रधान राजकुमार गोयल व अन्य पदाधिकारी।

No comments yet...

Leave your comment

41060

Character Limit 400